साहित्यिक सांस्कृतिक धरोहर बहुत समृद्ध है इसे सहेजने का पुनीत कार्य राष्ट्रजागरण का प्रमुख ध्येय : डॉ. जितेन्द्र तिवारी
झाँसी। हिन्दी साहित्य भारती एवं संस्कार भारती के संयुक्त उपक्रम “राष्ट्रजागरण” की एकादश प्रस्तुति आज “सुन्दर सदन” नगरा में डॉ. जितेंद्र कुमार तिवारी (अध्यक्ष जिला जनकल्याण महासमिति एवं रानी झाँसी फाउण्डेशन) के मुख्य आतिथ्य और कैलाश नारायण मालवीय (राष्ट्रीय अध्यक्ष सीनियर सिटीजन प्रकोष्ठ राष्ट्रीय हिन्दू महासभा) की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मुख्य अतिथि डॉ जितेन्द्र कुमार तिवारी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति और हिन्दी बुन्देली साहित्य बहुत समृद्ध है और इसे सहेजने का पुनीत कार्य राष्ट्रजागरण के माध्यम से किया जाना एक सार्थक प्रयास है, जिसकी प्रशंसा खुले दिल से की जानी चाहिए । अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के पश्चात डॉ बृजलता मिश्र द्वारा सरस्वती वन्दना और संजय राष्ट्रवादी द्वारा ध्येय गीत प्रस्तुत किए गए । तत्पश्चात मुख्य अतिथि डॉ जितेन्द्र कुमार तिवारी को सम्मानपत्र देकर “राष्ट्रजागरण सम्मान” से सम्मानित किया गया। आमन्त्रित कविगणों डॉ. राम शंकर भारती, श्याम शरण नायक “सत्य”, बालकवि बालाप्रसाद यादव, शायर उस्मान “अश्क”, युवा कवि रवि कुशवाहा ने राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत शानदार काव्य रचनाओं से उपस्थित काव्यप्रेमियों को आह्लादित किया। नन्ही बालिका सुश्री विनायिका मिश्र द्वारा सुविख्यात राष्ट्रीय कवि सोहनलाल द्विवेदी की “आया बसन्त”… प्रस्तुति मुक्त कण्ठ से सराही गई। अन्त में मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित कवियों को सम्मानपत्र देकर “राष्ट्रजागरण सम्मान” सम्मानित किया गया। संचालन कार्यक्रम संयोजक संजय तिवारी राष्ट्रवादी ने और डॉ. राजेश तिवारी मक्खन ने आभार व्यक्त किया, कार्यक्रम में शरद मिश्र, यतीश अकिंचन, मोहित रिक्त आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।