पौध आधारित भोजन स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए बेहतर
आज दिनांक 01.08.2025 को आर्य कन्या महाविद्यालय झांसी में प्राचार्य डॉक्टर अलका नायक जी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सेवा योजना तथा वीगन आउटरीच नामक संस्था के संयुक्त तत्वाधान में “फूड-प्लैनेट-हेल्थ विषय पर एक वेबीबार का आयोजन शुक्रवार को किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सपना अरोड़ा के द्वारा वेबिनार का संचालन किया गया। वक्ता के रूप में वीगन आउटरीच संस्था से अभिषेक दुबे ने वेबिनार के विषय पर प्रकाश डाला। वक्ता ने बताया कि पशु आधारित भोजन आज वैश्विक स्तर पर पर्यावरण] मानव स्वास्थ्य और पशु पक्षियों के सामने गंभीर संकट उत्पन्न कर रहा है अतः पौध आधारित भोजन की ओर वापस मुड़ने की बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने सभी से ज्यादा से ज्यादा पौध आधारित वीगन भोजन को अपनाकर पर्यावरण] अपने स्वास्थ्य तथा प्राणियों को बचाने की अपील किया। उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदारी भरा उपभोग आज संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट लक्ष्यों में से एक है और इसपर कार्य करना हम सबकी प्राथमिकता होना चाहिए।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सपना अरोड़ा ने कहा कि ये कार्यक्रम विद्यार्थियों को एक पर्यावरण-हितैषी] स्वास्थ्यवर्धक एवं मानवीय भोजन पद्धति अपनाने में बड़ा मददगार होगा और सभी प्रतिभागियों को इससे सीख लेकर जीवनशैली में सुधार अवश्य करना चाहिए। उन्होंने वीगन आउटरीच को ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों को करते रहने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम डॉ निधि अवस्थी ने भी सभी प्रतिभागियों को सत्र में पौध आधारित भोजन के फायदों के बारे में बताई कई बातों को आत्मसात करने का आग्रह किया।
डॉ मोनिका त्रिपाठी ने बताया कि पौध आधारित भोजन भारत की परंपरा रही है और आज क समय पर्यावरण] स्वास्थ्य और पशु पक्षियों के अधिकारों के परिपेक्ष में इसको अपनाना और भी अधिक प्रासंगिक हो जाता है।
वक्ता अभिषेक दुबे ने विस्तार से भोजन का पर्यावरण, मानव स्वास्थ्य व प्राणियों पर पड़ने वाले प्रभाव प्रकाश डाला और बताया कि पौध आधारित भोजन से अपनी आवश्यकता के सारे पोषक पदार्थ प्राप्त करके ज्यादा स्वस्थ रहा जा सकता है और साथ ही जलवायु परिवर्तन] प्रजातियों के विलुप्तीकरण] जंगलों की कटाई] भुखमरी आदि समस्याओं को कम किया जा सकता है।