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बुंदेलखण्ड महाविद्यालय में तीन दिवसीय बुन्देली महोत्सव एवं राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन सम्पन्न*

ByBKT News24

Apr 13, 2025


बुंदेलखण्ड महाविद्यालय में तीन दिवसीय बुन्देली महोत्सव एवं राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन सम्पन्न*

झांसी। बुन्देलखण्ड के सर्वाधिक प्राचीन, गौरवशाली, समृद्ध उच्च शिक्षा के संस्थान बुन्देलखण्ड कॉलेज में आज तीन दिवसीय बुंदेली महोत्सव एवं राष्ट्रीय पुस्तक मेले का भव्यता से समापन समारोह आयोजित किया गया। बुन्देलखण्ड कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एस.के. राय के नेतृत्व में आयोजित समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में क्रान्तिवीर तात्याटोपे विश्वविद्यालय, गुना (म.प्र.) के माननीय कुलपति प्रो. किशन यादव उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में श्री प्रदीप सरावगी जी (दुग्ध डेयरी संघ डायरेक्टर), श्री शैलेन्द्र प्रातप सिंह (भा.ज.पा. जिला उपाध्यक्ष), श्री मनोहर लाल वाजपेयी जी (प्रबन्धक, बुन्देलखण्ड कॉलेज), डॉ. नीति शास्त्री (वरिष्ठ समाज सेवी), श्री सन्तराम चौधरी (समाज कल्याण विभाग, उ.प्र. सरकार), डॉ. मिथलेश राठौर (मेडीकल ऑफीसर) एवं बुन्देलखण्ड कॉलेज के पुरातन छात्र डॉ. सुदर्शन शिवहरे, डॉ. मनमोहन मनु, उपस्थित रहे। अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात बुन्देलखण्ड कॉलेज के नव कुलगीत का सामुहिक गान किया गया। समापन समारोह कार्यक्रम का आकर्षण तरकश लोक कला नाटक केन्द्र झाँसी के कलाकारों द्वारा भावपूर्ण, मार्मिक प्रस्तुति के माध्यम से बुन्देलखण्ड के लोक देवता लाला हरदौल की कथा का मंचन किया गया। जिसने सभी दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। नाटक के लेखक एवं निर्देशक महेन्द्र वर्मा एवं अन्य कलाकार संजय राष्ट्रवादी, राघवेन्द्र सिंह, मंजू वर्मा, अंकुर चाचरा के शानदार अभिनय के लिए कॉलेज के प्राचार्य एवं अतिथियों द्वारा पुष्प एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इसके पश्चात बुन्देली समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली मातृ शक्तियों को बुन्देलखण्ड कॉलेज द्वारा नारी शक्ति वन्दन कार्यक्रम के माध्यम से सम्मानित किया गया। मुख्य रूप से डॉ. केश गुप्ता (चिकित्सक), डॉ. मोनिका गोस्वामी (चिकित्सक), डॉ. प्रियंका साहू (नगर निगम), डॉ. गीता सहरिया (काउंसलर), कु. राधिका अग्रवाल (शोधकर्ता), डॉ. स्वप्निल मोदी (चिकित्सक), सोनिया पाण्डेय (रिपोर्टर), सरिता सोनी (रिपोर्टर), वैष्णवी दीक्षित (ट्रैक मैनेजर), श्रीमती अरूणा गुप्ता (शिक्षिका), प्रगति सिंह (ट्रैक मैनेजर), दिव्यांशी कश्यप (रेलवे) आदि को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. किशन यादव द्वारा अप्रतिम तीन दिवसीय बुंदेली महोत्सव को भव्यता से मनाने के लिए बुन्देलखण्ड कॉलेज के समस्त सम्मानित शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को बधाई दी एवं कहा कि ऐसे महोत्सव के द्वारा बुंदेली कला संस्कृति का मान बढ़ेगा एवं सम्पूर्ण भारत बुन्देलखण्ड एवं बुंदेली वीरों, कवियों, खिलाड़ियों तथा यहां की प्रतिभाओं से परिचित हो पायेगा। प्रबन्धक, श्री मनोहर लाल वाजपेयी जी, प्राचार्य, प्रो. एस.के. राय, उप प्राचार्य प्रो. जितेन्द्र कुमार तिवारी एवं अतिथियों ने तीन दिनों तक आयोजित इस बुंदेली महोत्सव कार्यक्रम में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं बुन्देली भित्तिचित्र एवं अन्य पारम्परिक कला प्रदर्शनी, बुन्देलखण्ड के पारम्परिक व्यंजन प्रतियोगिता, बुन्देलखण्ड की झाँकी, बुंदेली लोककथा वाचन, बुन्देली लोक नृत्य एवं लोक गीत गायन प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। बुन्देली भित्तिचित्र एवं अन्य पारम्परिक कला प्रदर्शनी प्रतियोगिता में निकिता राजपूत प्रथम, अंशिका सिंह द्वितीय एवं महक यादव को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुन्देलखण्ड के पारम्परिक व्यंजन प्रतियोगिता में मेघा एवं मिथलेश सिंह को प्रथम, धीरेन्द्र के समूह को द्वितीय एवं मोहिता कौशल को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुन्देलखण्ड की झाँकी प्रतियोगिता में प्रियंका, पायल, साधना, चंचल, काजल, अमन, सत्यम एवं स्नेहा की टीम को प्रथम पुरस्कार, कुदरत यादव, आकाश, मुस्कान की टीम को द्वितीय पुरस्कार एवं सोनम, सत्येन्द्र, जीतेन्द्र, तुषार, संध्या, सुरेन्द्र, अनुराधा की टीम को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुंदेली लोककथा वाचन प्रतियोगिता में रवीना, रामरती को प्रथम, आयुषी श्रीवास्तव को द्वितीय, मोहिता साहू एवं भरत लाल को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुन्देली लोक नृत्य प्रतियोगिता में राई नृत्य के लिए रेंजर्स की टीम को प्रथम, ढिमरियाई नृत्य के लिए रोवर्स की टीम को द्वितीय एवं राई नृत्य के लिए बी.एड. विभाग से प्रियदर्शिनी, प्रियांषी की टीम को तृतीय तथा दीवारी नृत्य के लिए एन.सी.सी. की टीम को भी तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। लोक गीत गायन प्रतियोगिता में एकता को प्रथम, भरत लाल को द्वितीय एवं शिवम हरी को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मयंक त्रिवेदी द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो. संजय सक्सेना, प्रो. उमारतन यादव, प्रो. एल.सी. साहू, प्रो. स्मिता जायसवाल, प्रो. नवेन्द्र सिंह, प्रो. नीलम सिंह, प्रो. अश्वनी कुमार, प्रो. अजीत सिंह, प्रो. प्रतिमा सिंह परमार, डॉ. रोबिन कुमार सिंह, डॉ. संतोष रानी, डॉ. हिमानी, डॉ. चंचल कुमारी, डॉ. शिव प्रकाश त्रिपाठी, डॉ. श्याम मोहन पटेल, डॉ. उमेशचन्द्र यादव, डॉ. नरेन्द्र गुप्ता, डॉ. राकेश यादव, डॉ. कमलेश सिंह, डॉ. सुरेन्द्र नारायण, डॉ. रहीस अली, डॉ. चन्दन कुमार सिंह, डॉ. शशि तिवारी, डॉ. वन्दना कुशवाहा, डॉ. रामानन्द जायसवाल, डॉ. ए.एस. परमार आदि शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रमों के सफल संचालन में श्री रत्नेश श्रीवास्तव, श्री भानु प्रताप सिंह, श्री अंकित राज, श्री धनीराम, श्री संजीव कुमार, श्री संजय गुर्जर, श्री ललित वर्मा एवं श्री कल्याण सिंह कुशवाहा, श्री कपिल कुमार सविता का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। समस्त कार्यक्रम में समस्त शिक्षकगण, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उत्साह पूर्वक उपस्थित रहे।

*पुरातन छात्रों की बैठक सम्पन्न*
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार स्वामी विवेकानंद सभागार में बुन्देलखण्ड कॉलेज के पुरातन छात्रों की बैठक हुई जिसमें पुरातन छात्र समिति की कार्यकारिणी के गठन पर चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता पुरातन छात्र श्री प्रदीप सरावगी ने की। बैठक में श्री चन्द्रभान राय, श्री अमित चिरवारिया, श्री सुदर्शन शिवहरे, डॉ. पुनीत श्रीवास्तव, श्री शैलेन्द्र कुमार दुबे, श्री सन्तराम चौधरी, श्री मिलन गुप्ता, श्री रामकिशन निरंजन, श्री रामेन्द्र सिंह भदौरिया, श्री शैलेन्द्र प्रताप सिंह आदि ने महाविद्यालय से पढ़े अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, पूर्व प्राचार्यों, छात्रसंघ अध्यक्षों, प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने एवं बुन्देलखण्ड की विरासत को संरक्षित रखने के लिए अपने सुझाव दिये। महाविद्यालय के स्थापना दिवस 12 जुलाई 2025 को भव्य कार्यक्रम करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकार्य किया गया। बैठक का संचालन डॉ. मनमोहन मनु ने एवं आभार व्यक्त डॉ. अरविन्द सिंह परमार ने किया।


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