राष्ट्रजागरण की अष्टम प्रस्तुति में हुआ भव्य काव्यपाठ
झाँसी। हिन्दी साहित्य भारती एवं संस्कार भारती के संयुक्त तत्वावधान में प्रतिमाह के प्रथम रविवार को आयोजित राष्ट्रजागरण की आठवीं प्रस्तुति बड़ा गांव गेट बाहर गटैल की बगिया स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण में सम्पन्न हुई। अध्यक्षता वरिष्ठ कवि साहित्यकार साकेत सुमन चतुर्वेदी ने की और मुख्य अतिथि नगर के प्रमुख व्यवसायी प्रकाशचंद्र साहू (मुख्य संचालक प्रकाश समूह) रहे। दीप प्रज्वलन के पश्चात कवि बलराम सोनी ने सरस्वती वन्दना कर मां सरस्वती का आव्हान किया, तत्पश्चात आमन्त्रित कवियों का स्वागत किया, ध्येय गीत प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि प्रकाश साहू ने कहा कि राष्ट्रजागरण के माध्यम से युवाओं में विलुप्त हो रहे भारतीय संस्कारों और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए किया जा रहा प्रयास स्तुत्य और अनुकरणीय है जिसके लिए समस्त आयोजक, प्रयासकर्ता, सहभागी कवि साहित्यकार बधाई के पात्र हैं। अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार साकेत सुमन चतुर्वेदी ने आयोजन की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्रहित में कविता और साहित्य प्राचीनकाल से समाज की पथ प्रदर्शक रही और आज भी प्रासंगिक है। पृथ्वीपुर से आए वरिष्ठ कवि मैथिली शरण श्रीवास्तव ने चौकड़ियों और मुक्तक पढ़े, बलराम सोनी ने हास्य व्यंग्य की रचनाओं से सराबोर किया, बुन्देली कवि और फिल्मकार अजय साहू दाऊ ने बुन्देलखण्ड की दुलैया “धना कौ ऐसौ नौनौ रूप कै बालम देखत ही रह जाए” पाठ कर शब्दचित्र प्रस्तुत किया और उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। देश भर में अपनी चुटीली हास्य क्षणिकाओंं से चर्चित देवेंद्र रावत नटखट ने सन्देशपरक हास्य प्रस्तुतियों से दर्शकों की वाहवाही लूटी। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी साहित्य भारती के जिलाध्यक्ष एवं संस्कार भारती के विभाग संयोजक संजय तिवारी राष्ट्रवादी ने किया और सह संयोजक सीताराम कुशवाहा ने आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम में प्रकाश मोटर्स के संचालक नरेंद्र साहू, बृजेंद्र साहू, अनिल साहू के अतिरिक्त वरिष्ठ कवि रामबिहारी सोनी तुक्कड़, बी पी सैनी, शरद मिश्र सहित अन्य क्षेत्रीय गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
