झांसी। राष्ट्र सेवा मंडल के तत्वावधान में धुलेकर वाचनालय मानिक चौक में झांसी के प्रथम सांसद आचार्य पं. रघुनाथ विनायक धुलेकर की जयंती का मुख्य समारोह आयोजित किया गया। सभा में आचार्य धूलेकर की कर्म स्थली ग्वालियर रोड पर बने नवीन रेलवे ओवर ब्रिज का नाम आचार्य रघुनाथ धुलेकर सेतु रखने की पुरजोर मांग उठाई गई, इसके लिए हस्ताक्षर अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।संगोष्ठी में अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार मोहन नेपाली ने कहा कि आचार्य धुलेकर जी भारतीय संस्कृति के शौर्य पुरुष थे। राजनीति और आध्यात्म के पुरोधा रहे। नई पीढ़ी को उनके देश भक्ति से प्रेरणा लेना चाहिए। समाजसेवी सुदर्शन शिवहरे ने कहा कि राजनीति के साथ ही धुलेकर जी उच्चकोटि के पत्रकार व उत्कृष्ट साहित्य साधक भी थे। उत्साह, मातृभूमि और फ्री इंडिया समाचारपत्रों का प्रकाशन कर समाज में नई चेतना उत्पन्न कर स्वतंत्रता संघर्ष को तीव्र किया। ब्रिटिश सरकार उनकी संपादकीय टिप्पणियों व लेखों से बौखला उठती थी।पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने अपने संबोधन में आचार्य पंडित धुलेकर का व्यक्तित्व चरित्र पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग उठाते हुए कहा कि धुलेकर जी ने सभी धर्मों के प्रति समान भाव से कार्य किया। उनका व्यक्तित्व युवाओं तक पहुंचाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने कहा कि धुलेकर जी ने ही कांग्रेस के शहर कार्यालय की स्थापना कराई थी। वरिष्ठ अधिवक्ता राम प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि धुलेकर जी हमेशा जन भावनाओं के साथ रहे। निरंजन धुलेकर ने बताया कि कक्का जी परिजनों को भी जाति धर्म से ऊपर उठकर काम करने की सीख देते रहे। वरिष्ठ समाजसेवी प्रकाश गुप्ता, राहुल रिछारिया, डॉ. नीति शास्त्री, राकेश पाठक ने आचार्य धुलेकर को हिंदी मातृभाषा बनाने की पहल संविधान सभा में करने वाला निडर एवं निर्भीक व्यक्तित्व बताया। कार्यक्रम का सफल संचालन समाजसेवी डॉ मनमोहन मनु ने किया। अध्यक्ष शेखर धुलेकर ने सभी का आभार व्यक्त किया। समारोह का आरंभ आचार्य धुलेकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा सिद्धेश्वर मंदिर के आचार्य राजीव पाठक के द्वारा उच्चारित मंत्रों के साथ किया गया। इस अवसर पर सीताराम यादव, आदित्य नारायण दुबे, संजीव चौरसिया, अमीर चंद्र समेत गणमान्य जन उपस्थित रहे।