देश के शिक्षाविदों , लेखकों , शिक्षकों, साहित्यकारों एवं अन्य विद्वतजनों की किया सम्मानित
इन्दौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इन्दौर के पांच सितारा होटल सायाजी में पं. दीनदयाल उपाध्याय हिन्दी विद्यापीठ द्वारा राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया।हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा की मान्यता हेतु निरंतर प्रयासरत पं. दीनदयाल उपाध्याय हिन्दी विद्यापीठ , वृन्दावन धाम, मथुरा द्वारा 22दिसंबर को इन्दौर में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए विद्वत जनों को प्रशस्ति पत्र देकर एवं शॉल ओढ़ाकर “विद्या वाचस्पति” एवं विद्या वारिधि सारस्वत सम्मान से सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि म प्र शासन के सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश देवेन्द्र कुमार जैन रहे , विशिष्ट अतिथि के रूप में तकनीकि शिक्षा विभाग, म प्र की मुख्यमंत्री उदय योजना के तकनीकि शिक्षा विभाग के प्रदेश प्रभारी विष्णुकांत कनकने उपस्थित रहे। मुख्य वक्ता के रुप में राष्ट्रीय कथावाचिका सुश्री दीपा मिश्रा उपस्थित रहीं। दुर्ग से आए हुए राष्ट्रीय पर्यावरणविद एवं विद्यापीठ के ब्रांड एम्बेसडर डॉ. विश्वनाथ पाणिग्रहि एवं विद्यापीठ के संयोजक डॉ. शिवाजी रामभाऊ शिंदे ने कार्यक्रम में विशिष्ट सानिध्य प्रदान किया । कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा वैदिक संस्कृति के साथ दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया।सम्मान समारोह में देश के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों , लेखकों , शिक्षकों, साहित्यकारों एवं अन्य विद्वत जनों ने हिन्दी भाषा को लेकर अपने विचार प्रकट किए।पं.दीनदयाल उपाध्याय हिन्दी विद्यापीठ का यह विशिष्ट सम्मान हिन्दी लेखन , शिक्षा के उन्नयन , पर्यावरण जागरूकता , चिकित्सा सेवा , जल संरक्षण , विधि सहायता एवं समाजसेवा के क्षेत्र में सम्मानित जनों की विशिष्ट उपलब्धियों के आधार पर मंचासीन अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया।विद्यापीठ द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। समारोह का संचालन आचार्य पं. जानकी बल्लभ शास्त्री ने किया तथा आभार संजय शर्मा ने व्यक्त किया।