• Mon. Oct 13th, 2025

BKT News24

Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें, BKT News24

प्रभारी जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर तैयारी बैठक हुई सम्पन्न, अधिकारियों ने भी किया प्रतिभाग

ByBKT News24

May 5, 2025


प्रभारी जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर तैयारी बैठक हुई सम्पन्न, अधिकारियों ने भी किया प्रतिभाग

** सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए सभी व्यवस्थाएं की जाएं चुस्त-दुरूस्त -: प्रभारी जिलाधिकारी

** जनपद की 40 बाढ़ चौकियों को पूर्व से ही एलर्ट करने के निर्देश

** आपदा के दौरान सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करके बाढ़ पीड़ितों की करें मदद-: प्रभारी जिलाधिकारी

आज प्रभारी जिलाधिकारी/ मुख्य विकास अधिकारी श्री जुनैद अहमद की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य से सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ तैयारी बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी आपदा के आने से पूर्व व बाद की कार्ययोजना बनाकर जनसमुदाय को राहत पहुंचाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सम्भावित बाढ़ एवं अतिवृष्टि को दृष्टिगत रखते हुए राहत एवं बचाव कार्य से जुडे़ सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारी अपनी-अपनी कार्य योजना, विगत वर्षो में आयी बाढ़/जल भराव के अनुभव के आधार पर तैयार कर लें ताकि यदि जिले में अचानक बाढ़ भी आ जाती है तो तत्काल बाढ़ पीड़ितों को राहत एवं सहायता प्रदान की जा सके।
उन्होने कहा कि विगत वर्षो में आयी बाढ़ अथवा बांधों से वर्षा जल छोड़े जाने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति के अनुभव के आधार पर कितने गॉव बाढ़ से प्रभावित हुए , सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उन गांवों का दौरा एवं गांव वालों से सीधा संवाद स्थापित कर उनके द्वारा दिये गये सुझाव के आधार पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए पूरी तैयारी चाक-चौबन्द कर ली जाए ताकि यदि बाढ़ भी आ जाती है तो तत्काल बाढ़ पीड़ितों की मदद और सहायता करके उन्हें सुरक्षित किया जा सके।
प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा के दौरान सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करके बाढ़ पीड़ितों की मदद करें, उन्होंने कहा कि सूचना प्राप्त होते ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को सूचनाएं उपलब्ध कराएं ताकि सभी सतर्क हो सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि विगत वर्षो में आयी बाढ़ अथवा बांधों से छोड़े गए पानी के दौरान कितने क्यूसेक पानी बाढ़ में आया था। उसी के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के सभी तैयारियां चाक चौबन्द कर ली जाए, ताकि सम्भावित बाढ़ यदि आ भी जाती है, तो तत्काल बाढ़ प्रभावित गाँवों में बाढ़ पीड़ितों को राहत मुहैया करायी जा सके।
उन्होंने कहा कि वैज्ञानिको ने इस बार भी सामान्य से अधिक बारिश की सम्भावना व्यक्त की है। राहत एवं बचाव कार्य से जुड़े सभी सम्बन्धित अधिकारी इसको ध्यान में रखते हुए विभागीय कार्ययोजना तैयार कर लें। उन्होंने कहा कि जिन बाधों एवं स्पर का कार्य अधूरा है मरम्मत कार्य चल रहा है उसे युद्ध स्तर पर बरसात से पूर्व ही पूरा कराने का निर्देश उन्होंने दिया है। उन्होंने अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्य खण्ड को निर्देश दिया है कि वे जिले में स्थापित सभी बांधों/स्परों का बारीकी से अपने टीम के साथ निरीक्षण करके बारीकी से देख लें, यदि कहीं मरम्मत की जरूरत है तो तत्काल करवा दें और संवेदनशील बांधों पर पैनी नजर रखें।
उन्होने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ अथवा जल भराव से प्रभावित होने वाले गॉव में राहत शिविर की स्थापना अधिकारियो/कर्मचारियों की तैनाती, नाव एवं नाविक की सूची, ब्लाक एवं ग्राम आपदा प्रबन्धन समिति का गठन, जीवनरक्षक उपकरण, मोटरवोट आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें।
उन्होने बाढ़ खण्ड के अभियंताओं को निर्देश दिया है कि सभी बन्धों के उचित स्थान पर पर्याप्त बोल्डर, बालू की बोरी, नाइलान एवं जियायीक्रेट की व्यवस्था करें। उन्होने विद्युत विभाग के अभियन्ताओं को निर्देश दिया कि बाढ़ क्षेत्र में बिजली के खम्भे एंव तारों को मजबूत करें। बाढ़ आने की स्थिति में विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था भी करें। उन्होने राहत वितरण/खाद्यान्न सामाग्री का पैकेट आदि वितरण के सम्बन्ध में जो व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जानी है उन्हें कर लिया जाए।
उन्होने निर्देश दिया है कि जनपद की सभी 40 बाढ़ चौकियों पर स्वास्थ्य टीम की व्यवस्था के साथ-साथ बरसात के दिनों में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु तथा यदि किसी भी व्यक्ति के बाढ़ के दौरान सांप काट लेता है तो उनसे बचाव हेतु एंटीवेनम सहित अन्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त रखा जाए। सम्भावित बाढ़ को देखते हुए पशुओं को चारे की कोई दिक्कत न होने पावे, इसके लिए भूसा के इंतेजाम की आवश्यक कार्यवाही तथा पशुओं को बरसात के दिनों में होने वाली बीमारियों के बचाव हेतु शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने हेतु मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया।
उन्होने कृषि विभाग को निर्देश दिए है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत बाढ़ क्षेत्र के सभी पात्र व्यक्तियों का बीमा कराना सुनिश्चित करें।
उन्होने बताया है कि जिले के सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के ऐसे गाँव जहां पर बाढ़ के आने की प्रबल सम्भावना रहती है, इन गांवों में निवास करने वाले व्यक्तियों की सूची बनायी जाए, जो सम्भावित आपदा आने के दौरान पहले ही उनके नम्बर पर सन्देश भेज कर अलर्ट कर दिया जायेगा। प्रभारी जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया है कि जिले के विद्यालयों में स्थापित शौचालयों एवं पेयजल के लिए स्थापित हेण्डपम्प वाले स्थलों की साफ-सफाई करा दिया जाए। तथा उन्होंने नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उनके यहां जो पेयजल हेतु टैंकर है उनकी बेहतर ढंग से साफ-सफाई करा ली जाए, ताकि यदि सम्भावित बाढ़ भी जब कभी आती है तो बाढ़ पीड़ितों के लिए स्थापित शरणालयों में पेयजल हेतु टैंकर भेजा जा सके।
प्रभारी जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों/तहसीलदारों/नोडल अधिकारियों एवं बाढ़ चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे बांधो के घटते-बढ़ते जलस्तर पर पैनी नजर रखते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक निगरानी रखें। सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर नाव और नाविकों की सूची एवं उनका मोबाइल नम्बर, स्कूलों में तैनात रसोईयां,सफाईकर्मी, रोजगार सेवक एवं गांवों में तैनात अन्य कर्मचारियों की भी सूची एवं मोबाइल नम्बर अपडेट रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर इन लोगों की सहायता ली जा सके।
बैठक का संचालन अधिशासी अभियंता बेतवा प्रखंड श्री योगेश कुमार ने करते हुए जनपद झांसी में बाढ़ एवं अनुश्रवण की क्या व्यवस्था हैं उनकी जानकारी दी।उन्होंने बताया कि क्षेत्र में मुख्यतः बेतवा, पहूंज, सुखनई,धसान एवं लखेरी नदियां हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र पठारी होने के कारण यहां जलप्लावन की समस्याएं नहीं है, बाढ़ का प्रकोप 2 से 3 दिन रहता है तदोपरांत बाढ़ का पानी तीव्रता से बह जाता है।
बैठक में उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में बाढ़ के दृष्टिगत अतिसंवेदनशील/संवेदनशील जनपद की सूची में झांसी जनपद सम्मिलित नहीं है। जनपद झांसी में 40 बाढ़ चौकियां स्थापित है, सभी बाढ़ प्रभावित गांवों के सापेक्ष कुल 41 नाविकों को नामित कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त जनपद में बुंदेलखंड बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना बेतवा परिसर बेतवा भवन परिसर में की जाएगी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है कक्ष का फोन नंबर – 05102332580 है।
इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी पुलिस श्रीमती स्नेहा तिवारी, अधिशासी अभियंता विद्युत ग्रामीण श्री रमाकांत दीक्षित, डीएसओ सुश्री सौम्या अग्रवाल, एसीएमओ डॉ0 रमाकांत सोनी सहित कृषि विभाग लोक निर्माण विभाग व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
———————————

जिला सूचना कार्यालय द्वारा प्रसारित


error: Content is protected !!