झांसी। श्री गणेश सत्संग भवन में बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा एवं श्री गणेश बुन्देली गम्मत मण्डल के तत्वाधान में 20 दिन तक चले बुन्देली विलुप्त होते बुन्देली बाध्य यंत्र एवं बुन्देली पारम्परिक गीत एवं बुन्देली पारम्परिक लोक नृत्य के सामपन के उपरांत आज ’’रामकलेबा’’ का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ सदर विधायक रवि शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा की बुन्देली सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए जो प्रयास किये गये उनकी मैं हृदय से प्रशंसा करता हूँ यह प्रयास बुन्देलखण्ड प्रान्त निर्माण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। मैं आयोजकों को बहुत बहुत साधूवाद देता हूँ। कार्यक्रम के संयोजक दिनेश भार्गव केन्द्रीय महामंत्री बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा ने बताया कि रामकलेबा का गायन 4 से 5 घण्टे तक चलता है जिसमें राजाराम को नायक के रूप में रखकर सारी बुन्देली व्यवाहिक परम्पराओं (मटयाना पूजन, रक्कस पूजन, माता पूजन, मण्डप गीत, भात गीत, बारात निकासी गीत, द्वारचर गीत, चढ़ाया गीत, पांत गीत, कन्यादान गीत, टीका गीत, भांवर गीत, विदाई गीत आदि का शुमधुर गायन) वीरेन्द्र कुशवाहा, सतीश खरे एण्ड पार्टी रामकलेबा में संयोजक श्री सीताराम कुशवाहा द्वारा अद्धितीय नगरिया वादन किया। साथ ही सावित्री कुशवाहा मांई एवं उनकी सखियों द्वारा व्यवाहिक गीतों पर मन मोहक नृत्य किया। रामकलेबा के दौरान नाथूराम रायकवार, डाॅ0 वी0वी0 आर्या, सिद्धार्थ दुबे, गोकुल कुशवाहा, सुमन शर्मा, सुबोध खरे, सुन्दर ढोलक मास्टर, द्रोपति वर्मा, सुमन कुशवाहा, ऋषि कुशवाहा, मंजूलता गुप्ता, रागनी जैन, सुमन वर्मा, रंचना कुशवाहा, बाबूलाल कुशवाहा, हरि मोहन मामा, रमेश ढोलक मास्टर, रामकली कुशवाहा, फूलवती कुशवाहा, मनु कुशवाहा, सुर्दशन शिवहरे, डा0 महेन्द्र कुशवाहा। रामकलेबा समापन पर इं0 रीतेश साहू केन्द्रीय महामंत्री युवा प्रकोष्ठ बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा ने सभी का आभार व्यक्त किया।