झाँसी। श्री प्रनपाल सिंह जी द्वारा स्थापित गुरुद्वारा तलैया में गुरुकर्ता हरराय जी महाराज ट्रस्ट (रजि०) तलैया मुहल्ला झीसी व मोहाली के तत्वाधान में 63 वां सालाना सम्मेलन के अन्तर्गत आज प्रांत 9 से 10 बजे तक बंगला 50 कैन्ट सदर में भाईदेविंदर सिंह बटाला वाले के जत्थे द्वारा शबद कीर्तन अरदास वाहेगुरू का जाप, आरती आदि के साथ वाहे गुरु के जयकारे लगाए गए है।इसकेबाद सैकडो लोगों ने लंगर चख़ा! तत्पश्चात दोपहर 12:30 से 1:15 बजे तक गुरुद्वारा तलैया में भाई विशालदीप सिंह जी बटाला वाले, द्वारा, कीर्तन किया गया । वउन्होने जो माँगे ठाकुर अपने सोई सोई देही व संगत ने “नानक नाम जहाज है जो जपें वो तर जॉए , बोले सोनी हाल सत श्री अकाल के नारे लग ए। दोपहर एक 1.15 से :2 बजे तक भाई साहिब सिंह जी पटियाला वाले द्वारा कीर्तन किया गया दोपहर 2बजे से 2.25 तक भाई देविंदर सिंह जी बटाला वाले द्वारा कीर्तन किया गया है स्वयं को वाहेगुरू को समर्पित करतेहुएयउनके बताये रास्ते पर चलने का प्रण लिया। देश विदेश से संगत मौजूद थी। दोपहर में अमृत संचार समारोह सम्पन्न हुआ, जिसमे काफी संख्या में अनुयायियो ने स्वेच्छा से अमृत चखा अमृत चखने वालों ने स्वयं को वाहेगुरू के नाम समर्पित करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का प्रण लिया इसके बाद दोपहर में पुनः हजारो लोगों ने लंगर चखा, जिसमे संगत को बैठा कर पूरी श्रद्धा भाव के साथ लंगर चखाया गया । धन्य है सेवादार जो बिना थके हजे। द्धालुओ को प्यार से लंगर चखाते है। रात्रि 7:30 से 8:00 बजे तक विशाल दीप सिंह जी बटाला वाले, द्वारा पुनः कीर्तिन दरवार में शब्द गायन किया गया। जिनके शब्दों पर संगत झूम उठी । रात्री 8 व 8:45 तक भाई जगमोहन सिंह जी पटियाला वाले, द्वारा शब्दों की सुन्दर प्रस्तुति दी गई, जिसमें मेरा मन अनद भया “। कि मोहक प्रस्तुति दी तत्पश्याम्प रात्रि 8:45 से 9. 30 भाई साहिबसिंह पटियाला वाले, के द्वारा मनमोहक शब्द गायन किया गया, जिसने संगत पूरी तरह से मग्न हो गई। रात्रि 9:30 से 10.30 तक भाई देविंदरसिंग बटाला वाले द्वारा शबद कीर्तन किया गया। है। जिसमें उन्होंने वाहेगुरु का जाप कराया ,”तेरे भरोसे मैं लाड लड़ाया “ “तु मेरा माता तू मेरा पिता तू मेरा बन्धप “ इत्यादि बोहोत सरे भजनों के साथ शबद कीर्तन के साथ माहौल को ऐसा बनाया जिस्म संगत निहाल हो गई । पुनः एक बार हजारों श्रद्धालुओं को बिठा कर प्यार से लंगर वितरीत किया गया। जिसमें श्री अमृत पाल सिंह खुराना जी ,जगदीश बजाज जी ,सत्तवीर जी .मंजीत सिंह जी ,महेश राय जी,सुरेश ढींगरा जी एवं समस्त सेवादार श्री गुरु कर्ता हरराय जी महाराज झाँसी व मोहालीउपस्थित थे ।