** पीड़ित महिलाओं को न्याय मिले, सरकार की पहली प्राथमिकता है: मा0 सदस्या, राज्य महिला आयोग
** जनसुनवाई के दौरान 08 आवेदनों में से 03 आवेदन पत्रों का मौके पर ही निस्तारित
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झांसी: मा0 सदस्य, राज्य महिला आयोग, उ0प्र0 श्रीमती अनुपमा सिंह लोधी की अध्यक्षता में महिला जनसुनवाई कार्यक्रम तहसील गरौठा में आयोजित किया गया।
मा0 सदस्य, राज्य महिला आयोग ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता है कि पीड़ित महिलाओं को न्याय मिले। सरकार की मंशा-महिलाओं की शत-प्रतिशत सुरक्षा प्रदान करना है। प्रदेश सरकार महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिये निरंतर नये-नये प्रयास एवं प्रयोग कर रही है। उन्होने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के हेल्पलाइन नम्बर (महिला एवं बाल सुरक्षा-1090, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नं0-1076, पुलिस हेल्पलाइन नं0-112, अस्पताल आपातकालीन नं0-102, महिला हेल्पलाइन नं0-1091, अग्निशमन हेल्पलाइन नं0-101, महिला आशा ज्योति-181, आपदा हेल्पलाइन नं0-1077 एवं एम्बुलेंस सेवा-108) जारी किये गये है। महिलायें एवं बालिकायें प्रत्येक समय इन हेल्पलाइन नम्बरों पर अपनी समस्या दर्ज करा सकते है।
मा0 सदस्या ने जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान महिला फरियादियों की समस्याओं को गम्भीरतापूर्वक सुना तथा प्राप्त शिकायती पत्रों को उपस्थित अधिकारियों को निस्तारण हेतु निर्देशित किया। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके विकास के लिये निरंतर नये-नये प्रयास एवं प्रयोग किये जा रहे है। उ0प्र0 महिला आयोग ने महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके अधिकारों के संरक्षण के दृष्टिगत प्रदेश के समस्त जनपदों में इस प्रकार के जनसुनवाई कार्यक्रम के आयोजन का निर्णय लिया गया है। उन्होने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनसुनवाई कार्यक्रमों में प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों पर कृत कार्यवाही के सम्बन्ध में अनिवार्य रुप से समयसीमा के भीतर आख्या उपलब्ध करायें, इसके साथ ही अधिकारी शिकायती प्रार्थना पत्र की निस्तारण कार्यवाही सम्बन्धित महिला फरियादी का फीडबैक भी प्राप्त करें।
मा0 सदस्य ने विभिन्न विभागों में संचालित महिला कल्याण योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में मा0 सदस्या ने उपस्थित अधिकारी को निर्देश दिये कि महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके अधिकारियों के संरक्षण हेतु जनपद में स्थापित समस्त स्वास्थ्य इकाईयों में उपचार हेतु आने वाली महिला फरियादियों के साथ सहयोगात्मक व्यवहार किया जायें। स्वास्थ्य इकाईयों पर स्वच्छता व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाये। उन्होने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि महिला थाना, जनपद के समस्त थानों में महिला की सुरक्षा एवं उनके अधिकारों के संरक्षण हेतु आयोग द्वारा जारी हेल्पलाइन नम्बर एवं दिशा-निर्देशों को वाॅल पेन्टिग के माध्यम से प्रचारित करायें।
जनसुनवाई कार्यक्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री सुरेन्द्र कुमार पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग द्वारा प्रदेश में महिला उत्पीड़न की रोकथाम एवं पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाए जाने तथा आवेदक/आवेदिकाओं की सुगमता के दृष्टिगत प्रदेश के विभिन्न जनपदों में जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में महिला उत्पीड़न की घटनाओं की समीक्षा/महिला जनसुनवाई/निरीक्षण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग द्वारा जनपद झांसी में महिला उत्पीड़न की समस्याओं के निराकरण हेतु नामित माननीय सदस्य, राज्य महिला आयोग, उत्तर प्रदेश श्रीमती अनुपमा सिंह लोधी की अध्यक्षता में आज यह जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
मा0 सदस्य, राज्य महिला आयोग की अध्यक्षता में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में कुल 08 आवेदन प्राप्त हुये, जिनमें से 03 आवेदन पेंशन, 02 आवेदन पुलिस विभाग, 02 आवेदन राजस्व विभाग, 01 आवेदन वन विभाग के रहे, जिनमें पेंशन के 03 आवेदनों का मौके पर ही निस्तारण किया गया।
मा0 सदस्या द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र गुरसरांय के डीसी आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक-1 का निरीक्षण किया गया जिसमें आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों की संख्या कम पायी गई। आंगनबाड़ी कार्यकत्री मंजू मित्तल द्वारा बताया गया कि आंगनबाड़ी केन्द्र में सरकार द्वारा दिये जाने वाले राशन जैसे चावल, दलिया, चना, दाल आदि माह अगस्त से नहीं दिया गया।
इस अवसर पर एसडीएम गरौठा श्री अवनीश कमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए श्री राजेश कुमार, उपायुक्त मनरेगा श्री शिखर श्रीवास्तव, जिला विद्यालय निरीक्षक श्रीमती रती वर्मा, जिला पंचायतीराज अधिकारी श्री बालगोविन्द श्रीवास्तव, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री सुरेन्द्र कुमार पटेल सहित अन्य महिला फरियादी भी उपस्थित रही।