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होली पर विशेष: इस्कॉन झांसी में 4 दिवसीय गौर पूर्णिमा महोत्सव, “फूलों की होली” से होगा समापन

ByBKT News24

Mar 13, 2025


होली पर विशेष: इस्कॉन झांसी में 4 दिवसीय गौर पूर्णिमा महोत्सव, “फूलों की होली” से होगा समापन

अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (ISKCON) झांसी में 12 से 15 मार्च तक भव्य गौर पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह महोत्सव भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु के प्राकट्य दिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो इस वर्ष होली के दिन पड़ रहा है। श्री चैतन्य महाप्रभु ने संकीर्तन आंदोलन के माध्यम से पूरे विश्व में हरिनाम संकीर्तन का प्रचार किया और “हरि नाम संकीर्तन ही इस युग का सबसे बड़ा यज्ञ है”—इस सिद्धांत को स्थापित किया। भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु, जिन्हें गौरांग महाप्रभु भी कहा जाता है, भक्तियोग के आदर्श आचार्य हैं। उन्होंने प्रेम और करुणा से भरा जीवन जिया और लोगों को हरे कृष्ण महा-मंत्र का संकीर्तन करने के लिए प्रेरित किया। उनके इस दिव्य संदेश को ISKCON के संस्थापक-आचार्य श्रील ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने मात्र 11 वर्षों में पूरे विश्व में फैलाया। हाल ही में कुंभ मेले में उन्हें “विश्व गुरु” की उपाधि से सम्मानित किया गया, जो उनके वैश्विक योगदान को दर्शाता है।

इस उत्सव में विशेष रूप से परम पूज्यनीय श्रील सुंदर चैतन्य गोस्वामी महाराज (मॉरीशस) आमंत्रित किए गए हैं। वे विश्वविख्यात मोटिवेशनल स्पीकर, गहरे आध्यात्मिक ज्ञान के धनी, और दिव्य संकीर्तन के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने झांसी में आकर कहा—
“श्री चैतन्य महाप्रभु ने जीवो के कल्याण हेतु संन्यास लिया, जो उनके परिवार के लिए ‘निर्दयता’ थी, लेकिन यह संसार के लिए ‘परम दया’ थी। जिसके लिए हम सब को उनके प्रति कृतज्ञ होना चाहिए।”उन्होंने यह भी कहा कि “झांसी के भक्तों और मंदिर की दिव्य प्रतिमाएँ अद्वितीय हैं, ऐसा सौंदर्य मैंने पहले कभी नहीं देखा।”

होली के दिन, 14 मार्च को श्री चैतन्य महाप्रभु का प्राकट्य दिवस बहुत ही धूम धाम से महा अभिषेक के साथ सम्पन किया जाएगा, जिसमें अनेकों दिव्य वस्तुओं एवं पुष्पों से भगवान का अभिषेक होगा।

15 मार्च: भव्य “फूलों की होली” और महा भंडारा: महोत्सव का अंतिम दिन 15 मार्च को शाम 5 बजे एक अनूठे उत्सव “फूलों की होली” के साथ मनाया जाएगा। इस दिन पूरे दिन भक्त 5 क्विंटल पुष्पों को तोड़कर भगवान को अर्पित करेंगे और फिर सभी भक्तों के साथ इन पुष्पों से होली खेली जाएगी। यह कार्यक्रम निश्चित रूप से भक्तों के लिए अविस्मरणीय होगा। महोत्सव के प्रत्येक दिन महाप्रसाद वितरण किया जाएगा और 15 मार्च को भव्य महा भंडारा के साथ यह कार्यक्रम संपन्न होगा।

इस दिव्य उत्सव का आयोजन ISKCON झांसी के नेतृत्व में किया जा रहा है, जिसमें व्रजभूमि दास (अध्यक्ष), व्रज जन रंजन दास (उपाध्यक्ष), प्रिय गोविंद दास (उपाध्यक्ष) सहित समस्त मंदिर भक्तगण एवं शुभचिंतक सक्रिय रूप से सम्मिलित हैं। यह जानकारी श्री पीयूष रावत जी द्वारा दी गई।


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