राजस्थान में पकड़े 150 करोड़ के सट्टे के मामले में झांसी के पार्षद समेत 2 को नोटिस
अलवर पुलिस झांसी में डाले रही थी दो दिन तक डेरा, तमाम साक्ष्य लेकर लौटी थी वापस
झांसी। छोटे मोटे सटोरियों की खबरें जिले व महानगर में आम रहती हैं। लेकिन देश के कई राज्यों में बड़े-बड़े सट्टा माफियाओं से भी झांसी के तार जुड़े हुए हैं। ऐसा ही एक मामला 3 जून को राजस्थान के अलवर में सामने आया था। बीते 3 जून 2025 को एक अरब 50 करोड़ के सट्टे का मामले के तार झांसी से भी जुड़े बताए गए थे। जिसके चलते दो दिनों तक अलवर पुलिस ने झांसी में डेरा डाल रखा था। हालांकि उस समय इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी। लेकिन अब अलबर पुलिस ने झांसी के एक पार्षद समेत दो लोगों को पूंछताछ के लिए नोटिस जारी करते हुए इसकी स्वतः पुष्टि कर दी है।
बताया जा रहा था कि सट्टे के 150 करोड़ के मामले में अलवर पुलिस ने जिन तीन एक्सपर्ट को पकड़ा था। उनके तार उप्र व मप्र के विभिन्न जिलों समेत कहीं न कहीं झांसी से भी जुड़े थे। इसके चलते अलवर पुलिस दो दिन तक झांसी में डेरा डाले रही थी। हालांकि पुलिस ने किसी को गिरफ्तार या हिरासत में नहीं लिया था। यह जरूर बताया जा रहा था कि पुलिस अपने साथ पर्याप्त साक्ष्य जरूर ले गई थी। सूत्रों की मानें तो अब राजस्थान के अलवर जिले स्थित उद्योगनगर थाना अधिकारी अजीत सिंह बड़सरा ने कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित नई बस्ती निवासी पंकज झा व सुभाष गंज निवासी अभिषेक साहू को नोटिस जारी करते हुए बताया कि अभियोग 214/2025 का अनुसंधान किया जा रहा है। यह विस्वास किये जाने के पर्याप्त आधार है कि आपसे उक्त मामले में तथ्यों व परिस्थितियों के संबंध में पूछताछ की जा सके। अतः भारतीय सुरक्षा संहिता की सुसंगत शक्तियों का उपयोग करते हुए अनुसंधान अधिकारी के नाते उन्होंने 15 जुलाई को अलबर के थाना उद्योगनगर उपस्थित होने के लिए दोनों को निर्देशित किया गया है। उपस्थित न होने पर गिरफ्तारी के लिए भी चेतावनी दी गई है। सूत्रों की मानें तो वहीं 150 करोड़ के सट्टे के मामले में जिन तीन लोगों को अलवर पुलिस ने जेल भेजा था। उनको भी अभी तक जमानत नहीं मिली है। इधर अलवर पुलिस की इस कार्रवाई के बाद आपराधिक गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है।