राष्ट्रजागरण की दशम प्रस्तुति में कवियों ने किया काव्यपाठ
झाँसी। हिन्दी साहित्य भारती और संस्कार भारती के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मासिक काव्य साहित्यिक संगोष्ठी राष्ट्रजागरण की दशम प्रस्तुति रानी लक्ष्मीबाई पार्क में प्रतिमा स्थल के समक्ष वरिष्ठ राष्ट्रीय चित्रकार कामिनी बघेल के मुख्य आतिथ्य एवं क्षेत्रीय पार्षद लखन कुशवाहा के विशिष्ठ आतिथ्य में सम्पन्न हुई। दीप प्रज्वलन के पश्चात सरस्वती वन्दना वरिष्ठ कवियित्री डॉ बृजलता मिश्रा ने की और संस्कार भारती एवं हिन्दी साहित्य भारती का ध्येय गीत प्रस्तुत किया गया।संस्कार भारती की प्रांतीय दृश्यकला प्रमुख कामिनी बघेल ने कहा कि राष्ट्रजागरण प्रत्येक माह विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर जाकर भिन्न भिन्न श्रोताओं के बीच, विशेषकर युवाओं को भारतीय साहित्य, संस्कृति, कला और संस्कारों से जोड़ने का पुनीत कार्य कर रहा है, जो निःसंदेह प्रेरक, सराहनीय और अनुकरणीय है।आमन्त्रित कवि भगवान सिंह राही ने श्रीराम की महिमा को कविता के माध्यम से प्रस्तुत किया, डॉ राजेश तिवारी मक्खन ने राष्ट्रजागरण को कविता में परिभाषित किया, युवा कवि यतीश अकिंचन ने सामाजिक विद्रूपताओं पर उत्कृष्ठ काव्यपाठ किया और नवोदित कवियित्री चन्दना निगम ने नारी सशक्तिकरण पर केंद्रित रचनाएं प्रस्तुत की।नन्ही कवियित्री सुश्री विनायिका मिश्रा ने सुभाष चंद्र बोस पर केंद्रित रचना का मनमोहक पाठ किया। अंत में मुख्य अतिथि कामिनी बघेल ने कवियों को सम्मानपत्र देकर राष्ट्रजागरण सम्मान से सम्मानित किया गया।संचालन राष्ट्रजागरण संयोजक हिन्दी साहित्य भारती जिलाध्यक्ष एवं संस्कार भारती विभाग संयोजक संजय तिवारी राष्ट्रवादी ने किया और सह संयोजक संस्कार भारती महामंत्री सीताराम कुशवाहा ने आभार व्यक्त किया। डॉ सुखराम चतुर्वेदी, डॉ विजय प्रकाश सैनी, डॉ निहाल चंद्र शिवहरे, साकेत सुमन चतुर्वेदी, राहुल मिश्रा, रवि कुशवाहा, शरद मिश्रा, अशोक श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।