वित्तीय वर्ष 2025-26 के खरीफ एवं रबी फसल के लिए बैंकों से ऋण वितरण के लिए वित्तमान निर्धारण को लेकर डीएम की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई
** डी0एल0टी0सी0 का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करके ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना:- जिलाधिकारी
वित्तीय वर्ष 2025-26 के खरीफ एवं रबी फसल के लिए बैंकों से ऋण वितरण के लिए वित्तमान निर्धारण को लेकर जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय तकनीकी समिति की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित चेम्बर में संपन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार ने कृषि फसलों के लिए फसली ऋण उपलब्ध कराए जाने हेतु जिला स्तरीय तकनीकी समिति के सदस्यों से कहा कि समिति का मुख्य उद्देश्य किसानों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने और कृषि क्षेत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है यह सुनिश्चित करती है कि किसानों को उनकी फसल के लिए पर्याप्त ऋण मिल सके। जिससे वे अपनी फसल की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार कर सकें।
इसमें श्री कामता प्रसाद सचिव/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी जिला सहकारी बैंक ने जानकारी दी कि गत वर्ष फसल की तुलना में कृषि, मत्स्यपालन एवं पशुपालन से संबंधित आवश्यक अवयवों जैसे बीज, खाद, कीटनाशक और चारा आदि की दरों में वृद्धि हुई है। इस वृद्धि को ध्यान में रखते हुए आगामी फसली वर्ष 2025-26 के लिए अद्यतन वित्तमान निर्धारण आवश्यक है।
उन्होंने खाद्यान्न, दलहन, तिलहन, उद्यानिकी फसलों के साथ-साथ मधुमक्खी पालन, मत्स्यपालन और पशुपालन जैसे क्षेत्रों के लिए तैयार समेकित प्रतिवेदन समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। प्रस्तुत प्रस्ताव पर समिति द्वारा गहन विचार विमर्श किया गया। उन्होंने बताया कि समिति द्वारा अनुमोदन उपरांत निर्धारित वित्तमान के आधार पर ऋण वितरण की प्रक्रिया समयबद्ध एवं पारदर्शी रूप से सुनिश्चित की जाए, ताकि किसानों को समय पर आवश्यक सहायता मिल सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री जुनैद अहमद, एसीएम श्री गोपेश तिवारी,जिला उद्यान अधिकारी डाॅ0 प्रशांत कुमार, डीडीएम नाबार्ड श्री भूपेश पाल , जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री अनिल शर्मा एंव श्री भानु प्रताप सिंह सहित कृषि विभाग,रेशम विभाग, पशुपालन सहित मत्स्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
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जिला सूचना कार्यालय द्वारा प्रसारित
