**आठवां राष्ट्रीय यूके खो-खो चैम्पियनशिप 2024 – एक शानदार सफलता**
**स्थान:** डिटन पार्क अकादमी, स्लाउ, इंग्लैंड, यूके
खो-खो फेडरेशन ऑफ इंग्लैंड (KKFE) ने 8वें राष्ट्रीय खो-खो चैम्पियनशिप 2024 का सफल आयोजन रविवार, 22 सितंबर को डिटन पार्क अकादमी, स्लाउ में किया। इस प्रतियोगिता में पूरे यूके से कुल 16 टीमों ने भाग लिया, जिसमें पुरुष, महिला और जूनियर श्रेणियों में 216 खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। इस चैम्पियनशिप में 7 पुरुष टीमों के 91 खिलाड़ी, 4 महिला टीमों के 60 खिलाड़ी और 5 जूनियर टीमों के 63 खिलाड़ी शामिल थे।
खो-खो, भारत का एक पारंपरिक खेल है, जिसके प्राचीन इतिहास की जड़ें महाभारत की युद्ध रणनीतियों से जुड़ी मानी जाती हैं, विशेष रूप से ‘चक्रव्यूह’ निर्माण से। इस चैम्पियनशिप में टीमों के बीच गहन मुकाबलों में सहयोग और रणनीति की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
इस आयोजन का उद्घाटन स्लाउ के मेयर, काउंसलर बलविंदर सिंह डिलन द्वारा किया गया, और इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें मिस्टर जैक रैंकिन (सांसद, विंडसर), काउंसलर सुभाष महिंद्रा, काउंसलर ध्रुव तोमर, काउंसलर गुरुचरण सिंह मानकू, ब्रिटिश सेना के वारंट अधिकारी अशोक कुमार चौहान, महेंद्रसिंह जडेजा और कई अन्य शामिल थे जिन्होंने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया।
**विजेता और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकर्ता:**
**पुरुष वर्ग:**
– **विजेता:** टीम महाराष्ट्र मित्र मंडल (MML)
– **उपविजेता:** टीम ओशवाल लायंस
– **सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी:** विग्नेश एम (स्लाउ रॉयल्स)
– **सर्वश्रेष्ठ चेज़र:** ओम (MML)
– **सर्वश्रेष्ठ धावक:** इशान शाह (ओशवाल लायंस)
**महिला वर्ग:**
– **विजेता:** ओशवाल लायनेसेस
– **उपविजेता:** स्लाउ रॉयल्स
– **सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी:** जह्नवी मुकुल जोशु (स्लाउ रॉयल्स)
– **सर्वश्रेष्ठ चेज़र:** जानकी मिस्त्री (स्लाउ रॉयल्स)
– **सर्वश्रेष्ठ धावक:** प्रीना शाह (ओशवाल लायनेसेस)
**जूनियर वर्ग:**
– **विजेता:** ओशवाल कब्स 1
– **उपविजेता:** रीडिंग रॉयल्स
– **सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी:** ओजस्वी मिश्रा (स्लाउ रॉयल्स)
– **सर्वश्रेष्ठ चेज़र:** माही मालदे (ओशवाल कब्स 1)
– **सर्वश्रेष्ठ धावक:** अग्रिमा नेगी (स्लाउ रॉयल्स)
इस चैम्पियनशिप की सफलता KKFE के नेतृत्व की समर्पित योजना और कार्यान्वयन का परिणाम थी। संस्थापक और अध्यक्ष बृज हल्दानिया, जिनके पास यूके में 15 से अधिक वर्षों का कोचिंग अनुभव है और उन्होंने भारत में राष्ट्रीय स्तर पर खेला है, इस आयोजन को आयोजित करने में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने इस टूर्नामेंट की सफलता को मिता पटेल, मनोज गोपाल, हरिकृष्णन बालकृष्णन, माया, IDUK टीम और स्वयंसेवकों को समर्पित किया। KKFE के अध्यक्ष डॉ. प्रह्लाद फर्रोड़ा (सनी) ने भी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण समर्थन प्रदान किया और कहा कि जब भी आवश्यकता होगी, वे मदद के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे।
भारतीय प्रवासी यूके (IDUK) समूह, जो इस आयोजन का आधिकारिक साझेदार था, ने स्वयंसेवकों के साथ मिलकर इस टूर्नामेंट की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस वर्ष की चैम्पियनशिप ने न केवल यूके में खो-खो की बढ़ती लोकप्रियता को उजागर किया बल्कि इस प्राचीन खेल द्वारा प्रेरित सामुदायिक भावना को भी मजबूत किया। हम भविष्य की प्रतियोगिताओं की प्रतीक्षा कर रहे हैं जहां प्रतिस्पर्धा और सौहार्द की भावना और अधिक प्रगाढ़ होगी।