*चिन्मय मिशन द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी एवं बाल लीला आयोजन*
चिन्मय मिशन झांसी के तत्वाधान में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन सदर बाजार स्थित प्रांगण में किया गया। भगवान कृष्ण के विग्रह के समक्ष बाल विहार संयोजिका श्रीमती नूपुर श्रीवास्तव एवं नन्हे बाल कृष्ण बने बच्चों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। तत्पश्चात ब्रह्मचारी राघवेंद्र चैतन्य के सानिध्य में कार्यक्रम में वैदिक उपचार पूर्वक बाल कृष्ण की पूजन किया गया एवं उपस्थित साधकों ने 10-10 नाम पढ़कर भगवान की पुष्प अर्चना भी की। इस अवसर पर गीता संयोजक श्री आर पी गुप्ता जी द्वारा गीता के 15वे अध्याय पुरुषोत्तम योग के सभी मंत्रों का गायन सदस्यों द्वारा करवाया गया। यह अध्याय वैष्णव भक्ति का मुख्य स्त्रोत है। श्रीमती कृष्णा सक्सेना, श्री अशोक अग्रवाल, अनुज आदि ने मधुर भजन गायन कर भक्ति रस बरसाया। ब्रह्मचारी राघवेंद्र चैतन्य ने इस अवसर पर कृष्ण जन्माष्टमी का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि हम सबके हृदय में भगवान श्री कृष्ण का अवतरण हो जावे यही सच्चे अर्थों में जन्माष्टमी है। जिस प्रकार गोपियों ने भगवान का निस्वार्थ वरण किया उसी प्रकार हमें भी जीवन में भगवान का वरण करना चाहिए। बिना वरण के न तो साधना होती है ना कोई लौकिक प्राप्ति। वरण के बाद अनावरण फिर रमण की लीला होती है ।श्री कृष्ण लीला के माध्यम से इन्हीं वेदांत के सिद्धांतों को समझाया गया है। चिन्मय युवा केंद्र और बाल विहार के सदस्यों द्वारा श्रीकृष्ण की मधुर बाल लीलाओं की नृत्य प्रस्तुति की गई जिसकी सभी ने सराहना की। पूजन श्री एस पी गुप्ता, श्री आर के धवन ने किया। इस पावन समागम में श्रीमती चंदा अरोरा, कुसुम सेठ, श्रीमती शीला देवी गुप्ता, हरीश अग्रवाल, एस के मिश्र, प्रतिमा मिश्र, कांति गुप्ता, राम श्री, आर बी श्रीवास्तव, कृष्णा सक्सेना, रजनी गुप्ता, एम डी गुप्ता, एस एस गुप्ता, मेघना गुप्ता, आर सी गुप्ता, अश्विनी श्रीवास्तव, पी एन सोनी, नुपुर श्रीवास्तव, रीना गिरि, जानकी विश्वकर्मा, प्रियंका, ज्योति सिंह युवा केंद्र के अनुज, यश, युवराज कृष्णा, हर्ष, आनंदी, रिद्धि, निशिता, बाल विहार के काव्या, कान्हा, उत्कर्ष,जान्हवी आदि उपस्थित थे। ओम जय जगदीश हरे,पूज्य गुरुदेव की आरती और प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। सचिव ईo मुकेश गुप्ता ने उपस्थित साधकों को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं दी और संचालन किया।