उत्तम आकिंचन व्रत धारै, परम समाधी दसा विस्तारे”
• पर्वाधिराज पर्युषण दसलक्षण पर्व के नौवें दिन जिनालयों में हुई “उत्तम आकिंचन धर्म” की पूजा अर्चना
• परिग्रह, चिंता दुःख के ही पर्याय: मुनिश्री अविचलसागर
• श्रावकों ने परिग्रह को त्याग करने का लिया संकल्प
झांसी:- महानगर के समस्त जिनालयों में पर्वाधिराज पर्युषण दसलक्षण पर्व के नौवें दिन “उत्तम आकिंचन धर्म” की भक्ति आराधना की गई। इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज गेट नं 3 के आगे निर्माणाधीन भगवान महावीर महातीर्थ में विराजमान मुनिश्री अविचलसागरजी महाराज के मंगल सान्निध्य में पार्श्वनाथ भगवान की शांतिधारा करने का सौभाग्य विजय कासलीवाल, नितिन जैन सदर को प्राप्त हुआ। चातुर्मास समिति के डॉ राजीव जैन, स्वागताध्यक्ष अंकित सर्राफ, वरिष्ठ महामंत्री दिनेश जैन डीके, महामंत्री सौरभ जैन सर्वज्ञ, कार्यक्रम संयोजक निशांत जैन डेयरी, देवेश जैन केडी, अंशुल जैन बघेरा, विवान जैन ने विधिविधान पूर्वक श्रीजी का अभिषेक किया। इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री अविचलसागरजी महाराज ने कहा कि उत्तम आकिंचन श्रेष्ठ गुण हैं। परिग्रह, चिंता- दुख के ही पर्याय है। छोटी सी फांस भी पूरे शरीर को वेदना पहुंचाती है उसी प्रकार लंगोटी का भी आवरण या लंगोटी की भी चाह दुख को देने वाली होती है। यह मनुष्य, महाव्रत अर्थात निर्ग्रंथ दिगम्बर मुनि की मुद्रा को धारण किए बिना समता और सुख को प्राप्त नहीं कर सकता है। वे मुनिराज धन्य है जो दिगम्बर नग्न मुद्रा में रहकर तप करते हैं उनके चरणों की पूजा सुर-असुर आदि सभी करते हैं। घर में रहकर भी जो गृहस्थ तृष्णा को घटाते है तथा जिनको संसार में रुचि नहीं है, ऐसे जीवों का धन यद्यपि धन बुरा ही होता है, लेकिन परोपकार में लगने के कारण फिर भी अच्छा कहा गया है। इस अवसर पर अमृत पावन वर्षायोग समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र जैन प्रेस, मुख्य संयोजक अतुल जैन सर, उपाध्यक्ष डॉ अभिषेक जैन, करगुंवा मंत्री संजय सिंघई, डॉ मुकेश नज़ा, संयोजक शुभम जैन जैरी, श्रीमति शीला सिंघई, डॉ ममता नजा, रवि जैन, अंजलि सिंघई, पूजा जैन, सोनम जैन, गरिमा जैन, कु. प्रियंका जैन सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहें। संचालन चातुर्मास समिति के महामंत्री सौरभ जैन सर्वज्ञ एवं आभार वरिष्ठ महामंत्री दिनेश जैन डीके ने व्यक्त किया।
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*• 6 सितम्बर को जैन दर्शन के बारहवें तीर्थंकर वासुपूज्य भगवान का मोक्षकल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा।*
अमृत पावन वर्षायोग समिति के महामंत्री सौरभ जैन सर्वज्ञ ने बताया कि शनिवार 6 सितम्बर को जैन दर्शन के बारहवें तीर्थंकर वासुपूज्य भगवान का मोक्षकल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा एवं दसलक्षण पर्व के अंतिम दसवें दिन “उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म” की भक्ति आराधना की जाएगी।
*• अनंत चतुर्दशी के अवसर पर बड़ा मंदिर में होगा वार्षिक कलशाभिषेक*
श्री दिगम्बर जैन पंचायत समिति के महामंत्री वरुण जैन ने बताया कि अनंत चतुर्दशी के पावन पर्व पर प्रतिवर्ष की भांति गांधी रोड स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती बड़ा मंदिर में श्रीजी वार्षिक कलशाभिषेक समारोह होगा। जिसमें नगर की संपूर्ण जैन समाज उपस्थित रहेगी।