गौतम नारि श्राप बस उपल देह धरि धीर। चरण कमल रज चाहति कृपा करहु रघुबीर- कथा व्यास जगद्गुरु स्वामी राघवाचार्य जी
रबा में चल रही श्रीराम कथा में छठवें दिन श्रापित अहिल्या के उद्धार की कथा सुनाई
*कोंच।* तहसील के भेड़ ग्राम पंचायत के रबा गाँव में चल रही श्रीराम महायज्ञ एवं श्रीराम कथा के छठवें दिन हजारों श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की प्रदक्षिणा कर पुण्य लाभ अर्जित किया। महाराज ने रविवार को अहिल्या उद्धार की कथा सुनाई। उन्होंने कहा जिसे कोई नहीं अपनाता उसे भगवान अपनाते हैं। उन्होंने यह भी कहा पूजा चित्र की नहीं बल्कि चरित्र की होती है।
व्यास पीठ से कथा श्रवण कराते हुए कथा व्यास ने कहा, भगवान राम के चित्र की पूजा नहीं होती है बल्कि उनका चरित्र इतना अद्भुत और अद्वितीय है कि वे महान हो गए और आज हर घर में उनकी पूजा हो रही है। भगवान तो भाव के भूखे हैं, जो भी उन्हें भावपूर्वक भजता है वे उसी के हो जाते हैं। कथा व्यास कहते हैं, भगवान को जितना जल्दी हो सके अपना बना लेना चाहिए। भगवान की शरण में जाने के लिए किसी मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती है, जिस क्षण आपने उनकी शरण पकड़ी, वही सबसे अच्छा मुहूर्त बन जाता है। विश्वामित्र ने भी भगवान राम को अपना बनाने में बिल्कुल भी विलंब नहीं किया और उन्हें दीक्षित कर दिया। कथा विश्राम पर परीक्षित रमा आरपी निरंजन ने पुराण की आरती उतारी, प्रसाद वितरित किया गया। इस शुभ अवसर पर श्री श्री बलखण्डी मंदिर महन्त जी, श्री संतविलास शिवहरे क्षेत्रीय महामंत्री बुंदेलखंड क्षेत्र, श्री अशोक गिरी जिलाध्यक्ष जी, श्री पवन गौतम जिला पंचायत अध्यक्ष झांसी, श्री राजकांतेश वर्मा ब्लॉक प्रमुख चिरगांव जी सहित पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहें।