बांदा। जेडीयू नेत्री शालिनी सिंह पटेल नेतृत्व में निहारिका मंगल महिला जदयू जिला अध्यक्ष बांदा द्वारा गौशालाओं की दुर्दशा को लेकर आयुक्त को ज्ञापन सौंपना गंभीर मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित करता है।
प्रस्तुत रिपोर्ट से स्पष्ट होता है कि:
1. बाघा गौशाला: चार मृत गायों की उपस्थिति, केयरटेकर की अनुपस्थिति, और चारे का अभाव प्रशासन की लापरवाही दर्शाता है। सचिव शशांक दीक्षित पर लगाए गए आरोप स्थिति को और चिंताजनक बनाते हैं।
2. उतरवां गौशाला: भारी गंदगी, चारे की अनुपलब्धता और सचिव देवेंद्र कुमार पर कागजी आंकड़ों में हेरफेर कर धन का दुरुपयोग करने के आरोप गंभीर जांच की मांग करते हैं।
3. अन्य गौशालाएं: कागजों में फर्जी आंकड़े दिखाकर धनराशि के दुरुपयोग के आरोप प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर करते हैं। गायों की दुर्दशा, भूख, प्यास, और ठंड में उनकी मृत्यु समाज और प्रशासन दोनों के लिए शर्मनाक है।यह स्थिति स्पष्ट करती है कि गौशालाओं का प्रबंधन पूरी तरह से लापरवाह है और संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करना आवश्यक है। शालिनी सिंह पटेल द्वारा इस मुद्दे पर कठोर कार्रवाई की मांग उचित है।
इन परिस्थितियों में निम्नलिखित कदम उठाए जाने चाहिए:
स्वतंत्र जांच समिति का गठन।
दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई।
गौशालाओं में नियमित निरीक्षण की व्यवस्था।
चारे और अन्य सुविधाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित करना।
ठंड के मौसम में गौवंश के लिए उचित इंतजाम करना।
समाज और प्रशासन की यह सामूहिक जिम्मेदारी है कि गौशालाओं में गौवंश के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार न हो।
ज्ञापन में सम्मिलित पदाधिकारी
प्रशांत मंगल जेडीयू जिला अध्यक्ष व्यवसायिक प्रकोष्ठ
नीरज सिंह जिला उपाध्यक्ष जदयू युवाप्रकोष्ठ आदित्य गोस्वामी नगर उपाध्यक्ष जदयू बांदा युवाप्रकोष्ठ, लालू सिंह ब्लॉक अध्यक्ष नरैनी जदयू युवा प्रकोष्ठ ,नितिन सिंह, ब्लॉक उपाध्यक्ष बड़ोखर जदयू युवा प्रकोष्ठ, विष्णु वर्मा ब्लॉक अध्यक्ष बड़ोखर जदयू युवाप्रकोष्ठ, कुलदीप सिंह नगर अध्यक्ष जेडीयू युवा प्रकोष्ठ आदि।