निपुण भारत मिशन एवं ऑपरेशन कायाकल्प के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु एआरपी एक महत्वपूर्ण कड़ी
जिलाधिकारी का प्रयास बेसिक शिक्षा में हो गुणात्मक सुधार, पायलट प्रोजेक्ट के रूप में स्कूलों में होगा कार्य
निपुण भारत मिशन के अंतर्गत निपुण एक्शन प्लान पर हुई चर्चा, कैसे बच्चों की उपस्थिति स्कूल में की जाए शत-प्रतिशत
स्कूल में दिखाई जाएंगी ज्ञानवर्धक एवं कार्टून फिल्में
स्कूलों में शिक्षण संदर्षिका एवं शिक्षण सामग्री का प्रयोग किया जाना सुनिश्चित करें:- जिलाधिकारी
झांसी। शासन के निर्देशानुसार निपुण भारत मिशन एवं ऑपरेशन कायाकल्प योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालयों की प्राथमिक कक्षाओं में सार्वभौमिक मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त करने तथा कक्षा 3 तक के सभी बच्चों में पढ़ने लिखने और संख्या ज्ञान में ग्रेड स्तर की अपेक्षित योग्यता प्राप्त करना “निपुण भारत मिशन” का प्रमुख उद्देश्य है। निपुण भारत योजना को शिक्षा मंत्रालय द्वारा आरंभ किया गया है। निपुण भारत मिशन के माध्यम से सक्षम वातावरण का निर्माण किया जाना है जिसके माध्यम से आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता के ज्ञान को छात्रों में विकसित किया जा सके।निपुण भारत योजना के माध्यम से वर्ष 2026-27 तक प्रत्येक बच्चे को तीसरी कक्षा के अंत तक पढ़ने, लिखने एवं अंकगणित को सीखने की क्षमता प्रदान की जाएगी। इस योजना का कार्यान्वयन स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा किया जाना है। निपुण भारत मिशन स्कूली शिक्षा कार्यक्रम समग्र शिक्षा का एक हिस्सा है। इस योजना के कार्यान्वयन के लिए जनपद में स्थापित तंत्र जिला-ब्लाक- स्कूल स्तर पर संचालित किये जाएंगे। इस योजना का शुभारंभ राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए किया गया है।इस दौरान जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार ने कहा कि बच्चों के शैक्षिक ज्ञान के विकास हेतु शिक्षक एवं बच्चों के बीच मधुर आत्मीय संबंध होना अति आवश्यक है निश्चित रूप से यदि बच्चों के साथ शिक्षक के व्यवहार मधुर होते हैं तो उसके चमत्कारिक परिणाम बच्चों के शैक्षिक विकास में देखने को मिलते हैं। उन्होंने प्रत्येक कक्षा में शिक्षण संदर्शिका एवं शिक्षण सामग्री का प्रयोग कराए जाने के निर्देश दिए। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार ने निपुण एक्शन प्लान पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा की यदि सकारात्मक सक्रा दृष्टिकोण के साथ नवाचारों को धरातल पर क्रियान्वयन किया जाये तो निश्चित ही बच्चों में बदलाव आएगा। उन्होंने स्कूल में वीडियो फिल्म के माध्यम से बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करने साथ ही प्रॉपर यूनिफार्म मैं आने वाले बच्चों के अभिभावकों को सम्मानित किए जाने का सुझाव दिया। इसके अतिरिक्त स्कूल में होने वाली पीटीएम में प्रधानों का भी सहयोग लेने तथा उनके द्वारा प्रतिभाग करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा की ऐसे बदलाव करने से बच्चा स्कूल आने के लिए प्रेरित हो और अभिभावक भी बच्चों को स्कूल भेजना सुनिश्चित करेगें। उन्होंने स्कूल में बच्चों की उपस्थिति को बढ़ाए जाने के दृष्टिगत सुझाव देते हुए कहा की ऐसे शिक्षक जिनका शिक्षण कार्य अच्छा है उनका सोशल मीडिया पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि अन्य शिक्षक भी मोटीवेट हों, उन्होंने कहा कि कोई भी विद्यालय तभी एक आदर्श विद्यालय बन सकता है जब उस विद्यालय में मूलभूत सुविधाएं सुदृण हों। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत 19 मानकों के तहत जनपद के विद्यालयों का सुदृढ़ीकरण किया जा चुका है, अब स्कूल में बच्चों का आना है। उनकी उपस्थिति बढ़ाए जाने के लिए ही निपुण एक्शन प्लान का शत प्रतिशत क्रियान्वयन किया जाना सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री जुनैद अहमद, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री विपुल शिव सहाय,बीईओ बंगरा श्री दीपक श्रीवास्तव सहित समस्त बीईओ,एआरपी व अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।