पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए जिलाधिकारी उठाये ठोस कदम:- मुख्य सचिव*
*मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर दिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश*
*जिलाधिकारी डिजिटल क्रॉप सर्वे कार्य की प्रतिदिन समीक्षा कर सर्वे कार्य को आगामी 10 अक्टूबर तक करायें पूरा*
*किसानों को पराली प्रबंधन के लिए वैकल्पिक उपायों के प्रति करें जागरूक*
मुख्य सचिव श्री एस.पी. गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
डिजिटल क्रॉप सर्वे कार्य की प्रगति के समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि जिलाधिकारियों द्वारा प्रतिदिन समीक्षा कर सर्वे कार्य को आगामी 10 अक्टूबर तक पूरा कराया जाए। साथ ही, सत्यापन (वेरीफिकेशन) का कार्य भी समानांतर रूप से चलाते हुए 15 अक्टूबर, 2025 तक पूरा कराया जाए।
उन्होंने कहा कि पराली एवं फसल अपशिष्ट जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है। पराली जलाने की घटनाओं की सैटेलाइट के माध्यम से निगरानी की जा रही है। उन्होंने जिलाधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से इस संवेदनशील मुद्दे पर ध्यान देने और संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि उनके क्षेत्र में ऐसी घटनाएं न हो। उन्होंने किसानों को पराली प्रबंधन के लिए वैकल्पिक उपायों के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया और संवेदनशील जनपदों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला-2025 के संबंध में उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जिलों में 09 से 18 अक्टूबर, 2025 तक यह मेला पूर्ण भव्यता के साथ आयोजित किया जाए। मेले के उद्घाटन समारोह में प्रभारी मंत्री को अनिवार्य रूप से आमंत्रित किया जाए। मेले का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग मेले में आएं। मेले में जीएसटी बचत उत्सव, जन उपयोगी योजनाओं और कार्यक्रमों से संबंधित स्टॉल लगाकर लोगों को जागरूक किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि जिलाधिकारियों और अन्य अधिकारियों को मेले का समय-समय पर भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया जाए। इस मेले से स्थानीय हस्तशिल्पियों और कारीगरों को स्थानीय स्तर पर बाजार उपलब्ध होगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
बैठक में बताया गया कि डिजिटल क्रॉप सर्वे के लिए कुल 90,153 ग्रामों में से 87,203 ग्रामों (96.73%) में सर्वे का कार्य शुरू हो चुका है। 20,257 ग्रामों (22.47%) में सर्वे पूर्ण हो चुका है। जनपद मीरजापुर 100%, एटा 97.72%, लखनऊ 97.57%, बाराबंकी 97.36%, कन्नौज 97.23%, खीरी 96.29%, औरैया 96.17%, बरेली 95.87%, बिजनौर 95.85%, ललितपुर 94.37%, अंबेडकर नगर 93.84%, मुरादाबाद 93.44%, शाहजहांपुर 93.02%, हमीरपुर 92.74%, भदोही 92.64%, बलिया 92.63%, श्रावस्ती 92.53%, जालौन 91.50%, फिरोजाबाद 91.25%, अमरोहा 91.24% डिजिटल क्रॉप सर्वे कार्य पूर्ण कर शीर्ष 20 जनपदों में शामिल हैं।
बैठक में अपर मुख्य सचिव एमएसएमई श्री आलोक कुमार, प्रमुख सचिव कृषि श्री रविन्द्र, सचिव एमएसएमई श्री प्रांजल यादव, आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद श्रीमती कंचन वर्मा एनआईसी।झांसी में मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे, जिलाधिकारी श्री मृदुल चौधरी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।
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जिला सूचना कार्यालय द्वारा प्रसारित